एक दशक के बाद, प्रसिद्ध लेखक श्री प्रेम रावत जी 2 मार्च, 2024 को ऐतिहासिक शहर मैक्सिको में लौटे और उन्होंने एक सभा को संबोधित किया।
वहाँ, उन्होंने, आपका उद्देश्य क्या होना चाहिए इस विषय पर अपना अनूठा दृष्टिकोण पेश किया। उन्होंने कुछ व्यावहारिक समाधानों की भी चर्चा की जो स्वयं को गहराई से समझने और कद्र करने में सहायता करते हैं।
एक दशक के बाद, प्रसिद्ध लेखक श्री प्रेम रावत जी 2 मार्च, 2024 को ऐतिहासिक शहर मैक्सिको में लौटे और उन्होंने एक सभा को संबोधित किया।
वहाँ, उन्होंने, आपका उद्देश्य क्या होना चाहिए इस विषय पर अपना अनूठा दृष्टिकोण पेश किया। उन्होंने कुछ व्यावहारिक समाधानों की भी चर्चा की जो स्वयं को गहराई से समझने और कद्र करने में सहायता करते हैं।
हिन्दी में उपशीर्षक अब उपलब्ध हैं। ऐप्प/वेबसाइट में उपशीर्षक सक्रिय करने के लिए "CC" चिह्न दबाएं /क्लिक करें।
श्री प्रेम रावत जी की उरुग्वे की पिछली यात्रा चौदह वर्ष पहले हुई थी। 16 मार्च, 2024 को वह ऐसी बुद्धिमत्ता को लेकर लौटे जो मानव हृदय को लगातार प्रकाशित करती है।
अपने संबोधन के दौरान श्री प्रेम रावत जी ने कृतज्ञता की परिवर्तनकारी शक्ति का वर्णन किया।
उन्होंने साझा किया कि कैसे, हम अपना ध्यान समस्याओं से हटाकर जीवित रहने के सरल आनंद पर केंद्रित कर सकते है। इस प्रकार हम सरलता से संतुष्टि का अनुभव कर सकते हैं। उन्होंने हमें अपनी प्राथमिकताओं और धारणाओं का फिर से आकलन करने की चुनौती दी।
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श्री प्रेम रावत जी की उरुग्वे की पिछली यात्रा चौदह वर्ष पहले हुई थी। 16 मार्च, 2024 को वह ऐसी बुद्धिमत्ता को लेकर लौटे जो मानव हृदय को लगातार प्रकाशित करती है।
अपने संबोधन के दौरान श्री प्रेम रावत जी ने कृतज्ञता की परिवर्तनकारी शक्ति का वर्णन किया।
उन्होंने साझा किया कि कैसे, हम अपना ध्यान समस्याओं से हटाकर जीवित रहने के सरल आनंद पर केंद्रित कर सकते है। इस प्रकार हम सरलता से संतुष्टि का अनुभव कर सकते हैं। उन्होंने हमें अपनी प्राथमिकताओं और धारणाओं का फिर से आकलन करने की चुनौती दी।
व्यक्तिगत कल्याण को बढ़ावा देने के लिए अपने दीर्घकालिक समर्पण की पुष्टि करते हुए, 26 नवंबर, 2023 को गया, भारत में, श्री प्रेम रावत जी ने 375,603 उपस्थित लोगों की एक सभा को संबोधित किया। चाहे किसी एक व्यक्ति को संबोधित करना हो या विश्व रिकॉर्ड तोड़ना हो, उनकी प्रतिबद्धता अटल रहती है।
इस कार्यक्रम को गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड्स द्वारा "एक भाषण में सबसे बड़ी उपस्थिति" के लिए मान्यता प्राप्त हुई। श्री प्रेम रावत जी कठिनाई में भी व्यक्तिगत सशक्तिकरण को बढ़ावा देते हैं, यह अद्वितीय दृष्टिकोण भी उजागर हुआ। उन्होंने 'स्वयं को जानने' की व्यक्तिगत तृप्ति पर ध्यान केंद्रित किया।
गिनीज़ वर्ल्ड रिकार्ड्स की ओर से निर्णायक श्री प्रवीन पटेल, निर्णायक श्री स्वप्निल डंगरीकर और प्रोफ़ेसर डॉक्टर अनुराधा जी इस कार्यक्रम के साक्षी बने और बड़े सम्मान के साथ उन्होंने यह गिनीज़ विश्व कीर्तिमान श्री प्रेम रावत जी को प्रदान किया।
टाइमलेस टुडे® ने 86 देशों के 21,000 दर्शकों के लिए इस कार्यक्रम को सीधा प्रसारित किया, जिसमें 17,000 दर्शक सम्पूर्ण भारत से इस सीधे प्रसारण में भाग ले रहे थे।
इस ‘आधिकारिक तौर पर अद्भुत’ कार्यक्रम (ऑफ़िशाली अमेज़िंग) का पुनः प्रसारण अब सभी के लिए टाइमलेस टुडे® ऐप्प और वेबसाइट पर और श्री प्रेम रावत जी के आधिकारिक YouTube चैनल - प्रेम रावत ऑफ़िशल पर सुविधानुसार आनंद लेने के लिए निःशुल्क उपलब्ध है।
"जो असली मौका है, इसको मत छोड़ो।
तुम्हारे आनंद का सवाल है। तुम्हारे जीवन में आनंद ही आनंद होना चाहिए और मै तो कहता हूँ कि उस समय भी आनंद होना चाहिए जब विपरीत हवा बह रही हो, क्योंकि बहेगी। अगर तुम्हारे साथ बहेगी तो विपरीत भी बहेगी।
और यह एक साधन है कि चाहे विपरीत हवा भी बह रही हो, तुम्हारा हृदय आनंद में गदगद रह सकता है।"
यह विशेष अवसर प्रेम रावत जी के पिता और शिक्षक — श्री हंस जी महाराज की 123 वीं जन्म तिथि को चिन्हित करते हुए, शिक्षक-छात्र संबंधों की परिवर्तनकारी प्रकृति को सशक्त किया।
अब आप अपने क्लासिक या प्रीमियर सदस्यता के साथ अपनी सुविधानुसार, कभी भी इस पुनः प्रसारण का आनंद ले सकते हैं।