चाहत किसकी (ऑडियो)

अगर तुम जीना सीखना चाहते हो तो प्रेम को गले लगाना सीखो, नफरत को नहीं।
Jul 29, 2019
हर एक चीज के अंदर सुख भी है, दुःख भी है। पर तुमको — तुमको चुनना है, क्या तुमको चाहिए अपने जीवन में ? सुख चाहिए या दुःख चाहिए ? जिस दिन दुःख चाहिए, दुःख मौजूद है। जिस दिन सुख चाहिए, सुख भी मौजूद है।

प्रेम रावत: 

मनुष्य के लिए सुख की कोई सीमा नहीं है, दुःख इतना भी, उसको परेशान कर देता है। हर एक चीज के अंदर, हर एक चीज के अंदर सुख भी है, दुःख भी है। 

तुम्हारे जीवन में सबकुछ है। तुम्हारे जीवन में सबकुछ भी है और कुछ भी नहीं है। दोनों ही हैं। तुम जब अपने कमरे में जाते हो और कुण्डी बंद करते हो अपने दरवाजे में — आज के बाद याद रखना, तुम अकेले नहीं हो उस कमरे में। कितने हैं उस कमरे में भरे हुए! तुम भी हो, अविनाशी भी है, जीवन भी है और मृत्यु भी है। उस कमरे में सब हैं — ज्ञान भी है, अज्ञान भी है, अंधेरा भी है, उजाला भी है। 

अगर उस कमरे को बंद कर दो तुम और सौ ताले लगा दो दरवाजे पर और जैसे ही तुम लाइट बंद करोगे, क्या होगा ? अंधेरा हो जायेगा। नहीं ? कहां से आया अंधेरा ? जब दरवाजा पहले से ही बंद था तो आया कहां से अंधेरा ? क्योंकि वो तुम्हारे दरवाजे बंद करने से पहले ही से अंदर आ रखा था, तुम्हारे साथ ही आया। धर्म भी तुम्हारे साथ है, अधर्म भी तुम्हारे साथ है। सारी चीजें — जहां तुम जाते हो, सब हैं। फ़र्क इतना है, फ़र्क इतना है कि अगर तुम जानते हो कि ये सब साथ हैं तो उसको अपने सीने से लगाओ, जिसको तुम चाहते हो। प्रेम भी तुम्हारे साथ आया है और नफरत भी तुम्हारे साथ आई है। नफरत को तो तुम गले लगाना जानते हो। जानते हो कि नहीं ? नफरत करने में तुमको कितनी देर लगती है ? कितनी देर लगती है ? {चुटकी बजाने जितना समय} परंतु प्रेम को गले लगाना अभी सीखा नहीं। 

मक्खन है, पर ऐसे नहीं निकलेगा। घंटे-घंटे बैठे रहो, करते रहो, करते रहो, करते रहो, करते रहो...। ऐसे नहीं निकलेगा। इसकी विधि चाहिए। 

अगर तुम जीना सीखना चाहते हो तो प्रेम को गले लगाना सीखो, नफरत को नहीं। ज्ञान को अपने पास बुलाना सीखो, अज्ञानता को नहीं। अभी तो ये सीखा है — अज्ञानता क्या है ? कैसे उसको नजदीक लाया जाये। अपने जीवन में अगर प्रकाश चाहते हो तो प्रकाश को कैसे निकाला जाये ? क्योंकि दोनों हैं! अंधेरा भी है और प्रकाश भी है। अपने जीवन में प्रकाश को लाना सीखो! 

आधे से ज्यादा तुम अपनी जिंदगी बदल सकते हो, तीन सेकेण्ड में। तीन सेकेण्ड में! तीन सेकेण्ड में ? सिर्फ तीन सेकेण्ड में। करने से पहले सोचो! सिर्फ तीन सेकेण्ड! क्या करने जा रहे हो ? बस! तीन सेकेण्ड! तीन सेकेण्ड! उसके बाद करो, जो तुमको करना है। पर तीन सेकेण्ड सोचो! क्योंकि गुस्सा भी तुम्हारे साथ है और क्षमा भी तुम्हारे साथ है। तीन सेकेण्ड में तुम चुन सकते हो — गुस्सा चाहिए या क्षमा ? क्षमा प्यार लाएगी। प्यार उजाला लाएगा। उजाला आनंद लाएगा। तीन सेकेण्ड में। और क्योंकि तुम करते पहले हो, सोचते बाद में हो, इसीलिए तुम्हारे जीवन में दुःख रहता है। 

है क्या ? ये संसार का स्वभाव है। 

चलती चक्की देख के, दिया कबीरा रोय। 

दो पाटन के बीच में, साबुत बचा न कोय।।

तो तुम कितने बड़े घुन हो, जो बच जाओगे ? अरे! जब वो घुन — जब उसके जीवन के अंदर गेहूं की बोरी आती है। जब घुन कहीं चलते-चलते, चलते-चलते, चलते-चलते पूरी बोरी के पास पहुंचता है कि गेहूं ही गेहूं हैं उसके अंदर, जरा विचार करो, कितना उसको आनंद मिलता होगा। 

‘‘हे भगवान! तैंने मेरी सुन ली! इस बोरी में तो गेहूं ही गेहूं है! बैठ के खा-खाकर के मोटा हो जाऊंगा!’’ 

उसको क्या मालूम कि इस बोरी में जो गेहूं है, उसका आटा बनना है। उसको चक्की में डाला जाएगा और बच्चू! तू भी उस चक्की में पिसेगा! वो घुन क्या खोज रहा है अपने जीवन में ? गेहूं को खोज रहा है और गेहूं बिखरे हुए नहीं, सब एक ही पोटली में मिल गए उसको। इससे बड़ी चीज क्या हो सकती है, उसके लिए ? परंतु जो उसका ख्वाब होगा — छोटे-से घुन का ख्वाब! गेहूं मिल जाए। ऐसा मिल जाए, इधर-उधर भटकना न पड़े। वो सब उसको मिल गया। परंतु उसको ये नहीं पता कि चक्की में पीसना है। 

जो कुछ भी हम करते हैं, इसमें दोनों ही गुंजाइशें हैं — अच्छा भी हो सकता है, बुरा भी हो सकता है। अगर हम सोच के काम करेंगे, विचार के काम करेंगे, ये जानकर के काम करेंगे कि हमारी प्रकृति है भूलने की। ये हमारी प्रकृति है भूलने की और मेरे को कोशिश करनी है कि मैं भूलूं न। उस चीज को मैं नहीं भूलूं, जो मेरे लिए जरूरी है। अगर ये याद रहेगा, तुम्हारी जिंदगी के अंदर अपने आप परिवर्तन आएगा। अपने आप परिवर्तन आयेगा! 

क्यों ? 

जो कुछ भी तुम कर रहे हो, वो उस आनंद के लिए है, क्योंकि ये भी तुम्हारी प्रकृति है। तुम दुःख को नहीं सह सकते हो। याद है, यही मैं कह रहा था शुरुआत में ? तुम दुःख को नहीं सह सकते हो, परंतु सुख की सीमा तुम्हारे में है ही नहीं! अपार सुख तुम सह सकते हो! कोई ऐसे मंदिर में नहीं जाता है कि ‘‘हे भगवान! बहुत ज्यादा सुख दे दिया। अब थोड़ा कम कर दे!’’ मनुष्य के लिए सुख की कोई सीमा नहीं है, दुःख इतना भी, उसको परेशान कर देता है। हर एक चीज के अंदर, हर एक चीज के अंदर सुख भी है, दुःख भी है। पर तुमको — तुमको चुनना है, क्या तुमको चाहिए अपने जीवन में ? सुख चाहिए या दुःख चाहिए ? जिस दिन दुःख चाहिए, दुःख मौजूद है। जिस दिन सुख चाहिए, सुख भी मौजूद है।

लॉग इन / अकाउंट बनाएं
अकाउंट बनाएं




इनके साथ लॉग इन करें





अकाउंट नहीं है?
अकाउंट बनाएं

ईमेल और फ़ोन नंबर से बनाये गए अकाउंट अलग अलग है। 
खाता बनाने का माध्यम
  
पहला नाम

  
अंतिम नाम

फ़ोन नंबर

मैंने गोपनीयता नीति पढ़ी है और सहमति व्यक्त की है|


दिखाएं

मैंने गोपनीयता नीति पढ़ी है और सहमति व्यक्त की है|

खाते की जानकारी




  • आप अपना टाइमलेसटुडे अकाउंट फ़ोन नंबर या ईमेल से बना सकते हैं। कृपया ध्यान दे : ये दोनों अकाउंट अलग अलग हैं, और एक दूसरे के स्थान पर काम नहीं लिए जा सकते हैं।

  • सदस्यता खरीदने के लिए आवश्यक है कि आप अपने टाइमलेस टुडे अकाउंट से लॉगिन करें

  • Account.Login.LearnMore.Text3

कृपया पहला नाम दर्ज करें। कृपया सरनेम दर्ज करें। कृप्या ईमेल दर्ज करें। कृपया वैध ईमेल दर्ज करें। कृपया पासवर्ड दर्ज करें। पासवर्ड कम से कम 6 अक्षर होना चाहिए। कृपया पासवर्ड  पुनः दर्ज करें। पासवर्ड और पासवर्ड की पुष्टि एक ही होना चाहिए। यदि आप गोपनीयता निति से सहमत हैं तो चेकबॉक्स पर क्लिक करें। कृप्या पूरा नाम दर्ज करें । दिखाएं छिपाना कृपया फ़ोन नंबर दर्ज करें अमान्य कोड, पुन: प्रयास करें एसएमएस भेजने में विफल। कृपया पुन: प्रयास करें अपना नाम दर्ज करें अपना नाम दर्ज करें अतिरिक्त विवरण सहेजने में असमर्थ Can't check if user is already registered कृपया पासवर्ड दर्ज करें अमान्य पासवर्ड, कृपया पुनः प्रयास करें Can't check if you have free subscription Can't activate FREE premium subscription 00:30 सेकंड में कोड पुनः भेजें हमें इस फ़ोन नंबर के साथ कोई खाता नहीं मिल रहा है। नम्बर की जाँच करें या नया खाता बनाएं। इस फ़ोन नंबर के साथ एक खाता पहले से मौजूद है। लॉग इन करें या एक अलग फोन नंबर के साथ प्रयास करें। अमान्य कैप्चा, कृपया पुनः प्रयास करें।
अकाउंट सक्रिय करें

लगभग काम हो गया

अपना अकाउंट सक्रिय करें

आपको अगले घंटे के भीतर एक ईमेल प्राप्त होगा।
अपने अकाउंट को सक्रिय करने के लिए ईमेल में दिए लिंक पर क्लिक करें।

जब तक आप इसे सक्रिय नहीं करते हैं, तब तक आप लॉग इन या सदस्यता नहीं खरीद पाएंगे।

क्या आपको ईमेल नहीं मिल रहा है?
कृप्या अपने स्पैम या जंक फ़ोल्डर की जाँच करें।
यदि आप Gmail का उपयोग करते हैं, तो प्रोमोशंस के तहत जांचें।

अकाउंट सक्रिय करें

आपका johndoe@gmail.com के साथ जुड़ा हुआ अकाउंट सक्रिय नहीं है।

हमारे द्वारा भेजे गए अकाउंट सक्रियण ईमेल से इसे सक्रिय करें।

क्या आपको ईमेल नहीं मिल रहा है?
कृप्या अपने स्पैम या जंक फ़ोल्डर की जाँच करें।
यदि आप Gmail का उपयोग करते हैं, तो प्रोमोशंस के तहत जांचें।

या

अब एक नया अकाउंट सक्रियण ईमेल प्राप्त करें

मदद चाहिए? कस्टमर केयर से संपर्क करें

अकाउंट सक्रिय करें

अकाउंट सक्रियण ईमेल johndoe@gmail.com को भेजा गया

अपना अकाउंट सक्रिय करें

आपको अगले घंटे के भीतर एक ईमेल प्राप्त होगा।
अपने अकाउंट को सक्रिय करने के लिए ईमेल में दिए लिंक पर क्लिक करें।

जैसे ही आप अपना अकाउंट सक्रिय कर लेते हैं तो आप लॉग इन करना जारी रख सकते हैं

क्या आप वास्तव में अपनी सदस्यता को नवीनीकृत करना चाहते हैं?
आपने अभी तक किसी भी आइटम को पसंदीदा के रूप में नहीं चुना हैं। कृपया एक उत्पाद का चयन करें कृपया एक प्ले लिस्ट चयन करें। मीडिया जोड़ने में विफल। कृप्या पेज को रीफ्रेश करें और एक और बार प्रयास करें।