प्राकृतिक दुनिया, मानव निर्मित दुनिया और किसी की आत्मिक दुनिया—इन तीन लोकों का वर्णन करते हुए, प्रेम रावत जी ने इस विषय पर स्पष्टीकरण प्रदान किया कि वह प्रेम कहां मिलेगा जो हमारी आंतरिक आवश्यकता को पूरा करेगा।
2021 का यह अंतिम कार्यक्रम होने के नाते, प्रेम रावत जी ने कई सीधे प्रसारणों और आभासी कार्यक्रमों तथा शांति शिक्षा और ज्ञान (पी इ ऐ के) व शांति शिक्षा कार्यक्रम (पी ई पी) के प्रशिक्षकों के संवर्धन का संकेत देते हुए 2022 के लिए संभावनाएं व्यक्त की।
कोलाहलपूर्ण इस दुनिया में शांति प्राप्त करने के लिए एक और उपकरण, इंटेलिजेंट एक्सिस्टेंस (आई ई) के विकास पर भी काम चल रहा है। पूर्ण अवधि वाले इस पुनः प्रसारण का हिंदी में अपनी टाइमलेस टुडे की क्लासिक या प्रीमियर सदस्यता द्वारा आनंद लें।
अपने लिए हियर योरसेल्फ़ पुस्तक की प्रति www.HearYourselfBook.com पर ऑर्डर करें। डिजिटल किंडल और ऑडियो बुक संस्करण अमेज़न पर भी उपलब्ध हैं।
प्राकृतिक दुनिया, मानव निर्मित दुनिया और किसी की आत्मिक दुनिया—इन तीन लोकों का वर्णन करते हुए, प्रेम रावत जी ने इस विषय पर स्पष्टीकरण प्रदान किया कि वह प्रेम कहां मिलेगा जो हमारी आंतरिक आवश्यकता को पूरा करेगा।
2021 का यह अंतिम कार्यक्रम होने के नाते, प्रेम रावत जी ने कई सीधे प्रसारणों और आभासी कार्यक्रमों तथा शांति शिक्षा और ज्ञान (पी इ ऐ के) व शांति शिक्षा कार्यक्रम (पी ई पी) के प्रशिक्षकों के संवर्धन का संकेत देते हुए 2022 के लिए संभावनाएं व्यक्त की।
कोलाहलपूर्ण इस दुनिया में शांति प्राप्त करने के लिए एक और उपकरण, इंटेलिजेंट एक्सिस्टेंस (आई ई) के विकास पर भी काम चल रहा है। पूर्ण अवधि वाले इस पुनः प्रसारण का हिंदी में अपनी टाइमलेस टुडे की क्लासिक या प्रीमियर सदस्यता द्वारा आनंद लें।
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31st जुलाई को, दर्शक प्रेम रावत जी के साथ इस अद्भुत उपलब्धि का उत्सव मनाने के लिए दक्षिण कैलिफोर्नि या में व्यक्तिगत रूप से सम्मिलित हुए।
1966 में इसी तिथि को, बालक प्रेम ने अपने पिता के आकस्मिक निधन के बाद श्री हंस जी के कार्य को जारी रखने के लिए कदम आगे बढ़ाये। 55 वर्ष पश्चात भी, शांति में रुचिकर व्यक्तियों के जीवन में शांति लाने का प्रेम रावत जी का उत्साह और प्रतिबद्धता आज भी ढृढ़ है।
72 देशों के हजारों भाग्यशाली दर्शकों ने आभासी रूप से इस उत्सव के सीधे प्रसारण में भाग लिया। प्रेम रावत जी की मनुष्य के अस्तित्व के प्रति ज्ञानवर्धक समझ हमेशा सबको आश्चर्यचकित और आनंदित करती है। उन्होंने सामाजिक मानदंडों पर व्यंग्यक से और समझाया, कि जब हम स्वयं को जानने के लिए साहसिक कदम उठाते हैं तो जीवन में असाधारण संभावनाओं के द्वार खुल जाते हैं।
क्लासिक और प्रीमियर सदस्यता के द्वारा इस पुनःप्रसारण का आनंद लें।
31st जुलाई को, दर्शक प्रेम रावत जी के साथ इस अद्भुत उपलब्धि का उत्सव मनाने के लिए दक्षिण कैलिफोर्नि या में व्यक्तिगत रूप से सम्मिलित हुए।
1966 में इसी तिथि को, बालक प्रेम ने अपने पिता के आकस्मिक निधन के बाद श्री हंस जी के कार्य को जारी रखने के लिए कदम आगे बढ़ाये। 55 वर्ष पश्चात भी, शांति में रुचिकर व्यक्तियों के जीवन में शांति लाने का प्रेम रावत जी का उत्साह और प्रतिबद्धता आज भी ढृढ़ है।
72 देशों के हजारों भाग्यशाली दर्शकों ने आभासी रूप से इस उत्सव के सीधे प्रसारण में भाग लिया। प्रेम रावत जी की मनुष्य के अस्तित्व के प्रति ज्ञानवर्धक समझ हमेशा सबको आश्चर्यचकित और आनंदित करती है। उन्होंने सामाजिक मानदंडों पर व्यंग्यक से और समझाया, कि जब हम स्वयं को जानने के लिए साहसिक कदम उठाते हैं तो जीवन में असाधारण संभावनाओं के द्वार खुल जाते हैं।
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17 जुलाई, 2021 को डॉल्बी थिएटर में आयोजित इस कार्यक्रम को, 70 से अधिक देशों में हजारों दर्शकों के लिए सीधा प्रसारित किया गया था।
यह प्रसारण 1971 में प्रेम रावत जी के लॉस एंजिल्स में आगमन और वर्षों से उनके वैश्विक प्रयासों का एक अविश्वसनीय प्रेरणा से भरा 50वां वर्षगांठ समारोह था।
हालाँकि 50 वर्ष बीत चुके हैं, प्रेम रावत जी का संदेश हमेशा कालातीत और स्थाई रहता है। वह हमें आंतरिक अनुभव के बोध के लिए प्रेरित करते है जहां संसारी शोर हमें विचलित नहीं करता है और नितान्त शांति अन्तर्निहित करती है।
क्लासिक या प्रीमियर सदस्यता के साथ मांग पर पुनः प्रसारण सुने या देखें।
17 जुलाई, 2021 को डॉल्बी थिएटर में आयोजित इस कार्यक्रम को, 70 से अधिक देशों में हजारों दर्शकों के लिए सीधा प्रसारित किया गया था।
यह प्रसारण 1971 में प्रेम रावत जी के लॉस एंजिल्स में आगमन और वर्षों से उनके वैश्विक प्रयासों का एक अविश्वसनीय प्रेरणा से भरा 50वां वर्षगांठ समारोह था।
हालाँकि 50 वर्ष बीत चुके हैं, प्रेम रावत जी का संदेश हमेशा कालातीत और स्थाई रहता है। वह हमें आंतरिक अनुभव के बोध के लिए प्रेरित करते है जहां संसारी शोर हमें विचलित नहीं करता है और नितान्त शांति अन्तर्निहित करती है।
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